कुरुक्षेत्र कुंभ प्रश्नोत्तरी- जिसे जानना आपके लिए है जरूरी

क्या किसी पंचांग में आया है कुरुक्षेत्र कुंभ का उल्लेख?
मिथिला, वैदेही और सबसे प्रतिष्ठित दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय से निकलने वाले विश्वविद्यालय पंचांग में 12 कुंभों का उल्लेख आया है।

क्या किसी प्रतिष्ठित विचारक, विद्वान या संस्था ने 12 स्थानों पर कुंभ की संस्तुति की ?
ललित नारायण मिथिला विवि और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि की विद्वत परिषद में इस पर गहन चर्चा और मंथन के बाद सभी विद्वानों ने इसकी सहर्ष संस्तुति की।


क्यों लुप्त हो गयी कुंभ की परंपरा?

इस बात का ठीक-ठीक विवरण उपलब्ध नहीं है, लेकिन शेष जिन आठ स्थानों पर कुंभ की परंपरा थी वहां आज भी आध्यात्मिक वातावरण और उसकी स्मृति बनी है।

कहां-कहां मिलते हैं कुंभ के प्रमाण?
सिमरिया में कुंभ के स्पष्ट प्रमाण मिले। वहां कचंभ के अवशेष के रूप में कल्पवास की परंपरा बनी रही। स्थानीय परंपराओं में भी कुंभ की स्मृति बनी रही।

और किन स्थानों पर मिले प्रमाण?
गंगासागर में आज भी संक्रांति के दिन बड़ा मेला लगता है। दिन और योग वही है कुंभ शब्द लोग भूल गए। दक्षिण में एक स्थान का नाम ही कुंभकोणम है। वहां आज भी कुंभ महाल्या के नाम से उसी कुंभ योग में आयोजन होता है, लेकिन वह स्वरूप बदल गया। रामेश्वरम में भी कुछ लोग इस बात को मानते है कि कभी वहां कुंभ की परंपरा रही। गुवाहाटी में भी संक्रांति के दिन पावन ब्रह्मपुत्र नदी में लोग स्नान करते हैं।

कुंभ कितने हैं?
ज्योतिष और शास्त्रों के अनुसार 12

12 कुंभ कैसे?
ज्योतिष में जब सूर्य चंद्रमा और वृहस्पति एक ही राशि में आते हैं तो कुंभ योग बनता है। इस दृष्टि से 12 राशियां, 12 मास और 12 आदित्य होने के कारण 12 कुंभों का योग बनता है।

क्या वेद-पुराणों में है 12 कुंभों का उल्लेख?
वेद-पुराणों में किसी भी कुंभ के स्थान का उल्लेख नहीं है। पुराणों में समुद्र मंथन का उल्लेख मिलता है।

कहां मिलता है 12 कुंभों का उल्लेख?
धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक 'कुंभ पर्व निर्णय' में 22 वें पृष्ठ पर किया है भारत में 12 वर्षों में 12 कुंभ का उल्लेख।

और किन ग्रंथों में आता है उल्लेख?
12 कुंभ का सबसे स्पष्ट उल्लेख रुद्रयामल तंत्र में मिलता है। पुस्तक के अध्याय रुद्रयामलोकताअमृतीकरणप्रयोग में श्लोक 123-128 के बीच 12 राशियों और किन किन राशि में सूर्य चंद्रमा और वृहस्पति के आने से किस स्थान पर कुंभ लगता है इसका उल्लेख है।

माना जाता है कि कुरुक्षेत्र में सरस्वती के साथ ही कल्पवास की प्रथा और दुर्लभ कुम्भ योग भी विलीन हो गया। यही दुर्लभ योग इस वर्ष भी बन रहा है। इस अवसर पर 3 दिसम्बर 2018 से 7 दिसम्बर 2018 तक कुरुक्षेत्र के ब्रहमसरोवर पर कुम्भ महोत्सव का आयोजन होगा।

शिव-पार्वती संवाद पर आधारित ग्रंथ "रुद्रयामलोक्ताअमृतीकरणप्रयोग" में भारत के 12 स्थानों पर अलग-अलग 12 महिनों मे 12 कुम्भों का वर्णन है जिनमें कुरुक्षेत्र के ब्रहमसरसी अर्थात ब्रह्मसरोवर में भी कुंभ का वर्णन आता है।



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